पाकिस्तानी हुकूमत ने पिछले दिनों पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय मछुआरों को रिहा कर रहम दिल अपनाया था। शनिवार को पाकिस्तान ने एक बार फिर रहम दिल अपनाते हुए भारतीय सिपाही चंदू चव्हाण को रिहा कर दिया है।
आपको बता दें कि 23 वर्षीय चंदू चव्हाण भारतीय सेना द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद गलती से पाकिस्तानी सीमा में चले गए थे। जहां पाकिस्तानी हुकूमत ने उन्हें बंधक बना लिया था।
गौरतलब है कि चंदू बाबू लाल महाराष्ट्र के धुले जिले के वोरबीर गांव के रहने वाले है। उनके पिता का नाम बाशन चैहान है। चंदू 37वीं राष्ट्रीय रायफल के जवान है। मौजूदा समय में चव्हाण की तैनाती गुजरात में थी।
चव्हाण पाकिस्तान सीमा पर चले जाने के बाद से भारतीय रक्षा मंत्रालय ने लगातार पाकिस्तानी हुकुमत से उनकी वापसी की मांग कर रहा था। इसे नजरअंदाज करते हुए पाकिस्तानी थल सेना ने इस बात से इनकार करता आया है।
ज्ञात हो कि पिछले साल सितंबर महीने में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक कार्रवाई की थी। करीब चार घंटे तक चले इस अभियान में 36 आतंकी मारे गए थे।
सूत्रों कि मानें तो सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही भारतीय सैनिक चंदू बाबूलाल बंधक बना लिया गया था। हालांकि भारतीय सैनिक के एक वरिष्ठ अधिकारी सर्जिकल स्ट्राइक से चव्हाण का कोई संबंध नही होना बताया था।
|
Comments: