पटना, 12 जनवरी (आईएएनएस)| बिहार की राजधानीद के गंगा दियारा क्षेत्र में 14 जनवरी से शुरू चार दिवसीय 'पंतग महोत्सव' में दौरान आकाश जहां रंग-बिरंगे पतंगों से सजेंगे, वहीं इस उत्सव को देखने आने वाले लोग पतंगबाजी के साथ-साथ चूड़ा-दही, लिट्टी-चोखा जैसे बिहारी व्यंजनों सहित कई तरह के लजीज व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकेंगे। पर्यटन विभाग इस वर्ष पतंग महोत्सव को और रोचक व आकर्षक बनाने की तैयारी में है। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक राकेश मोहन ने गुरुवार को बताया कि इस वर्ष मनाया जाने वाला पतंग महोत्सव अन्य पतंग महोत्सव से भिन्न होगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पतंग महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा कई तरह की रोचक प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया है।
इस पतंग उत्सव में देश के जाने माने पतंगबाज भाग लेंगे। इसमें विभिन्न तरह की पतंगें आकाश में उड़ेंगी।उन्होंने बताया, "पतंग महोत्सव के दौरान सभी चार दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम को आयेजन होगा, जिसमें स्थानीय चुनिंदा कलाकारों द्वारा प्रतिदिन अपनी कला की प्रस्तुति की जाएगी। ऐसे में लोग खुले आकाश के नीचे गंगा नदी के तट पर बैठकर लोग बिहार की संस्कृति और सभ्यता का आनंद ले सकेंगे और उनकी बारीकियों को समझ सकेंगे।"आम लोगों के लिए ओपेन प्रतियोगिता में कोई भी अपनी प्रतिभा दिखा सकेगा। इसमें पतंगबाजी, नृत्य, गायन के अलावा कई तरह की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद निर्णायक मंडली द्वारा विजेता की घोषणा की जाएगी।एक अन्य अधिकारी ने बताया कि आने वाले लोगों के खाने-पीने के लिए कई स्टॉल लगाए जा रहे हैं, जहां लोग अपनी पसंद के व्यंजनों का स्वाद चख सकेंगे। इन स्टॉलों पर लोगों के लिए लिट्टी-चोखा, चूड़ा-दही, तिलकुट जैसे बिहारी व्यंजनों के अलावे चाट व चाउमीन भी उपलब्ध होंगे।गंगा के गांधी घाट से गंगा के दियारा क्षेत्र (पतंग महोत्सव स्थल) तक जाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा दिनभर नाव की व्यवस्था रहेगी, जिससे लोगों को आने-जाने में किसी प्रकार की परेशानी न हो।मकर संक्रांति के मौके पर गंगा दियारा क्षेत्र में लोगों के लिए इस बार लोग झूला और ऊंट की सवारी का भी आंनद ले सकेंगे। निजी कंपनी द्वारा उत्सव क्षेत्र में झुला लगाने की बात की गई है।पटना जिला प्रशासन द्वारा मकर संक्रांति के मौके पर गंगा घाटों पर स्नान करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था कर रही है। सुरक्षा के भी खास प्रबंध किए जा रहे हैं।--आईएएनएस
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