नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)| केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि पेमेंट्स बैंकों की लॉन्चिंग से पारंपरिक बैंकों तथा इन नए बैंकों के बीच प्रतिस्पर्धा की शुरुआत होगी। एयरटेल पेमेंट्स बैंक को लॉन्च करने के मौके पर जेटली ने यहां कहा, "हमें केवल दूरसंचार कंपनियों के बीच ही नहीं, बल्कि पारंपरिक व भुगतान बैंकों के बीच भी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी।"
जेटली ने कहा, "दूरसंचार कंपनियों के पास पहले से ही ग्राहक हैं। बैंकिंग का यह कारोबार उनकी प्रौद्योगिकी के लिए प्रासंगिक है। इन बैंको का होना ऐसी घटना है, जिसके होने का इंतजार था।"उन्होंने कहा कि दूरसंचार कंपनियों का इस व्यापार में आना बेहद स्वाभाविक है।भुगतान बैंक पारंपरिक बैंकों के अतिरिक्त बैंकिंग व्यवस्था होगी।भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 11 कंपनियों को भुगतान बैंकों का लाइसेंस दिया है, जिनमें 4-5 दूरसंचार कंपनियां हैं।जेटली ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा आबादी के बैकिंग से जुड़ने से लेनदेन सस्ता होगा।उन्होंने कहा, "जेएएम (जन-धन, आधार तथा मोबाइल) तथा डिजिटाइजेशन के बढ़ने से देश में बैकिंग सस्ता होने जा रहा है।"वित्त मंत्री ने कहा, "अर्थव्यवस्था का जितना अधिक डिजिटाइजेशन होगा, समाज को स्पष्ट तौर पर उतना ही फायदा होगा। भारत की उभरती पीढ़ी नई प्रौद्योगिकी को अपना रही है और डिजिटाइजेशन बेहद आसान है।"जेटली ने कहा कि अगली क्रांति जो होने वाली है, वह डाकघरों का बैंकों में बदलना होगा, क्योंकि ग्रामीण इलाकों में व्यापक पहुंच के बावजूद उनका इस्तेमाल कम हो रहा है।उन्होंने कहा, "देश में 1.75 लाख डाकघर बेकार हो गए हैं, जो बैंकों में तब्दील होने का इंतजार कर रहे हैं। उनका लोगों तक पहुंच है।"--आईएएनएस
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