भारत में साहित्य और कला का केन्द्र माने जाने वाले महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में प्रदर्शनकारी कला विभाग की ओर से श्रीलंका के लोक नाट्य ‘कोलम’ तथा लोक नृत्य ‘कैंडियन’ की प्रस्तुतियां श्रीलंका की तिलिनी दर्शनी मुनासिंह एवं उनके साथी कलाकार आशा हंसिनी परेरा व छमिला सरंगा लिवेरा ने हबीब तनवीर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में दी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. आनंद वर्धन शर्मा, कुलसचिव डॉ. राजेंद्र प्रसाद मिश्र, तुलनात्मक साहित्य विभाग के अधिष्ठाता प्रो. कृष्ण कुमार सिंह, अनुवाद एवं विर्वचन विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. देवराज, डॉ. रामानुज अस्थाना, इंद्रानी प्रमुखता से उपस्थित थे। कलाकारों ने श्रीलंका की मशहुर कला मुखौटो की प्रस्तुतियां भी दी। तिलिनी मुनासिंह ने प्रदर्शनकारी कला विभाग के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन भी किया।
कार्यक्रम का संयोजन प्रदर्शनकारी कला विभाग की सहायक प्रोफेसर सुरभि विप्लव ने किया तथा मार्गदर्शन डायस्पोरा विभाग के अध्यक्ष तथा प्रदर्शनकारी कला विभाग के प्रभारी अध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन राय ने किया। कार्यक्रम का संचालन सौरभ संतोष ने किया। ध्वनी व्यवस्था रोहित कुमार की थी तथा वीडियोग्राफी एवं छायांकन राजदीप राठौर का था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
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