इस्लामाबाद, 22 अक्टूबर: हाल में कतर में काबुल के साथ हुई गुप्त वार्ता के बारे में चर्चा के लिए अफगान तालिबान के कम से कम तीन सदस्यों ने यहां अधिकारियों से मुलाकात की।
एक पाकिस्तानी अधिकारी ने यह जानकारी शनिवार को दी। समाचार पत्र न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, एक अफगान राजनयिक के साथ ही एक तलिबान सदस्य ने भी शुक्रवार को हुई बैठक की पुष्टि की।
शांति वार्ता साल 2013 में शुरू हुई थी, जो तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के उत्तराधिकारी मुल्ला मंसूर अख्तर की मौत के बाद टूट गई थी।
पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत हजरत उमर जखिलवाल ने कहा कि बैठकों के बारे में उन्हें जानकारी है, लेकिन उन्होंने विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया।तालिबान और पाकिस्तानी अधिकारियों के बीच बैठक की पुष्टि करने वाले पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा कि अफगानिस्तान में शांति सुनिश्चित करने के लिए इस्लामाबाद मुख्य भूमिका निभा रहा है।
पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा, "जैसा कि हमने गत साल जुलाई में किया था, हम काबुल और तालिबान के बीच वार्ता आयोजित करने के प्रयास जारी रखेंगे, लेकिन दुनिया जानती है कि उस समय किसने शांति प्रक्रिया को विफल कर दिया था और हम उन कड़वी बातों की चर्चा नहीं करना चाहते हैं।
"गत मई महीने के अंत में पाकिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में मुल्ला मंसूर के मारे जाने के बाद पाकिस्तान की मध्यस्थता में शुरू हुई शांति प्रक्रिया टूट जाने के बाद हुई दो चक्र की वार्ता पहली ज्ञात वार्ता है।
--आईएएनएस
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