नई दिल्ली: विविध आट्र्स एंड एनटरटेंमेंट व दि पॉयनियर आट्र्स एंड एजुकेशन सोसाइटी ने रविवार को सदी के दो महान नायक भारत रत्न से सम्मानित डॉ एमएस सुबालक्ष्मी व उस्ताद बिस्मिला खां पर आईएनएसवॉय एनसी द्वारा संचालित ष्उत्तरदक्षिणष् कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर संगीत के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए पंडित देवेन्द्र वर्मा व सुधा रधुरमन को स्वरभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की संकल्पना कत्थक व भरतनाट्यम की प्रख्यात विदूषियों रूचि शर्मा व सुजाता नायर द्वारा उनके संबंधित क्षेत्र में गणेश स्तुति व गुरू स्तुति की जुगलबंदी से हुआ।
तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचन्द्र कृपालु भजमन पर गणेश स्तुति सुजाता व गुरू स्तुति रूचि द्वारा प्रस्तुत की गई।तत्पश्चात राग रेवती में सुजाता द्वारा श्मालारीष् की एकल प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम की शोभा दोनों विदुषियों द्वारा संयुक्त रूप से मां दुर्गा के 108 नामों को दक्षिण भारतीय संगीत पर कत्थक द्वारा व उत्तर भारतीय संगीत पर भरतनाट्यम द्वारा दर्शाए जाने पर जीवंत हो उठी। उत्तर दक्षिण की जुगलबंदी द्वारा मिलन और विरह के रूपों को तराना और तिलाना में कृष्ण नी बेगाने और जिधर देखिए श्यामविराजे द्वारा बड़े ही मोहक ढंग से प्रस्तुत किया गया।
जिसमें उनका साथ मृदंग पर श्री शंकरनारायणए श्री अनुरत्न रॉय तबले पर व अपने सुरो से गुरू पद्मिनी राधाकृष्णन व अनुरिता रॉय व सारंगी पर संदीप मिश्राए वॉयलिन पर श्रीदयाकर व गुरू जय नायरन टवेंदगम पर संगत की जिसे वी नरहरि द्वारा सम्मानित अतिथियों जैसे सीएमडी एनपीसीसीए महाप्रबंधक यूनियम बैंक व अन्य गणमान्य अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए विराम दिया गया।
यूनियन बैंक ऑफ इंडियाए सहप्रयोजक.न्यू इंडिया इंशोयरेंसए पेट्रोनेट एनएनजी लिमिटेडए नेशनल इंश्योरेंसए व सेंट्रल बैंकए यूनाइटेड बैंकए संस्कृति मंत्रालय व रेडियो पार्टनर 92ण्7 बिग एफएम द्वारा समर्थित प्रायोजको का आभार व्यक्त करते हुए बताया गया कि इस श्रृंखला की शुरुआत सन् 2012 में हुई व अब इसके अंतर्गत इस श्रृंखला में कई दिग्गज कलाकारों द्वारा अपनी उपििस्थति दर्ज करवाई जा चुकी है।
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