दमिश्क, 19 अक्टूबर (आईएएनएस/सिन्हुआ)। इराक के दूसरे सबसे बड़े शहर मोसुल को इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों से मुक्त कराने के लिए इराकी बलों के अभियान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीरिया ने कहा कि यदि आतंकवादी वहां से खदेड़े जाने के बाद उसकी सीमा में प्रवेश करते हैं तो उनसे सख्ती से निपटा जाएगा।
सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी 'सना' के अनुसार, सीरिया ने मंगलवार को जारी एक सैन्य बयान में आईएस के खिलाफ जंग छेड़ने वाले इराकी बलों को 'हीरो' करार देते हुए उनकी प्रशंसा की और इराकी बलों द्वारा हासिल अब तक की प्रगति को सराहा भी, लेकिन 'पश्चिमी योजना' को लेकर चेतावनी भी दी, 'जिसके लक्षण स्पष्ट हो गए हैं।'
बयान के अनुसार, यह योजना आईएस आतंकवादियों के लिए है, जो मोसुल से भागकर सीरिया के पूर्वी क्षेत्र, खासकर दियर अल-जौर पहुंच सकते हैं।सीरिया के सैन्य विशेषज्ञों ने हाल ही में चेतावनी दी है कि पश्चिमी देश मुख्य रूप से अमेरिका चाहता है कि आईएस इराक से भागकर कर सीरिया चले जाएं।
अमेरिका का यह रुख विशेष रूप से अमेरिका के नेतृत्व वाले आतंकवाद-रोधी गठबंधन द्वारा सीरियाई सेना पर हमले के बाद सामने आया है। अमेरिका द्वारा दियर अल-जौर में सीरियाई सैनिकों के ठिकानों पर हुई बमबारी में 90 सैनिक मारे गए थे, जिसके बाद आईएस आतंकवादियों को दियर अल-जौर में सैन्य चौकियों पर नियंत्रण का मौका मिला था।
सीरिया में अधिकारियों का कहना है कि अमेरिका का इरादा दीयर अल-जौर में आईएस की स्थिति को मजबूत बनाए रखना है, ताकि यह मोसुल से भागने वाले आतंकवादियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन सके और अमेरिका इसे लेकर सीरियाई सेना तथा उसके रूसी सहयोगियों पर दबाव बना सके।
--आईएएनएस
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