पटना, 18 अक्टूबर: बिहार में इस वर्ष 12वीं की परीक्षा में टॉपर घोटाला सामने आने के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने मंगलवार को बड़ी कारवाई करते हुए राज्य के 20 जिलों के 68 स्कूलों के इंटर कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी और 19 कॉलेजों की मान्यता निलंबित करते हुए इन कॉलेजों से जवाब तलब किया है।
बीएसईबी के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद के कार्यकाल में राज्य के 212 इंटर कॉलेजों को मान्यता दी गई थी। इन सभी की जांच के बाद गड़बड़ी पाए जाने पर राज्य के 20 जिलों के 68 इंटर कलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई है।
इसके अलावा 19 इंटर कालेजों की मान्यता निलंबित करते हुए उनसे कारण पूछा गया है। जवाब संतोषजनक न मिला तो इनकी मान्यता भी रद्द की जाएगी।
बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इन स्कूल-कालेजों को नियमों को ताक पर रखते हुए मान्यता प्रदान की गई थी। इन 19 कालेजों को 15 दिन में जवाब देने को कहा गया है।
अगर जवाब नहीं देते हैं तो इनकी भी मान्यता रद्द होगी।जिन कालेजों की मान्यता रद्द की गई है, उनमें पटना, नालंदा, रोहतास, कैमूर, बक्सर, नवादा, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, मुजफ्फरपुर, सीवान, गोपालगंज, लखीसराय, खगड़िया, जमुई, समस्तीपुर, सहरसा, भागलपुर, बांका और पूर्णिया के इंटर कॉलेज शामिल हैं।
बिहार में इस वर्ष 12वीं (इंटर) की परीक्षा में कला संकाय में टॉपर रही रूबी कुमारी और विज्ञान संकाय में टॉपर रहे सौरव श्रेष्ठ का विषय और विशेष ज्ञान से संबंधित साक्षात्कार टीवी चैनलों पर प्रसारित किए जाने के बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ था।इसके बाद समिति ने विशेषज्ञों की एक टीम बनाई थी और 14 टॉपरों को साक्षात्कार लिया था।
विशेषज्ञों द्वारा लिए गए साक्षात्कार के बाद विज्ञान संकाय के टॉपर बने सौरभ श्रेष्ठ और राहुल कुमार तथा कला संकाय की टॉपर रूबी कुमारी का परीक्षा परिणाम रद्द कर दिया गया था।इस मामले में छह जून को कोतवाली थाने में रूबी राय सहित अन्य टॉपरों को आरोपित बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
बाद में रूबी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था। मामला उजागर होने के बाद पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है। बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष और सचिव सहित करीब दो दर्जन लोग इस मामले में जेल में हैं। एसआइटी ने फर्जी टॉपरों और उनके अभिभावकों को भी आरोपी बनाया है।
--आईएएनएस
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