हांगकांग, 17 अक्टूबर (आईएएनएस/सिन्हुआ)। संरक्षण में रहने वाली विश्व की सबसे उम्रदराज विशाल पांडा जिया जिया की हांगकांग के एक थीम पार्क में 38 वर्ष की उम्र में मौत हो गई।
पांडा का यह जीवन चक्र मानव जीवन के 114 वर्षो के बराबर है। हांगकांग स्थित थीम पार्क ओशन पार्क के अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि मादा पांडा के स्वास्थ्य में पिछले दो सप्ताह से तेजी से गिरावट हो रही थी, जिसके बाद रविवार रात उसकी मौत हो गई।
हाल के सप्ताहों में पांडा के भोजन की खुराक भी एक दिन में 10 किलोग्राम से घटकर तीन किलोग्राम रह गई थी, जिससे उसका वजन चार किलोग्राम तक कम हो गया।
बयान के अनुसार, "पिछले कुछ दिनों से वह बहुत कम ही जागती थी और खाने-पीने में भी कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही थी। इसकी हालत रविवार सुबह बेहद खराब हो गई और वह चलने में भी असमर्थ हो गई।
"जिया जिया के नाम अर्थ 'अच्छा' होता है। इसे चीन सरकार ने 1999 में हांगकांग को उपहार में दिया था।संरक्षण में रहने वाले पांडा का औसत जीवनकाल 20 साल का होता है, लेकिन जिया जिया की दीर्घायु ने उसे प्रजाति में सबसे अधिक उम्र तक जीने के लिए असाधारण बना दिया।
वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड के अनुसार, विशाल पांडा के जंगलों में प्राकृतिक निवास के नष्ट होने के कारण इनकी आबादी 2,000 से भी कम हो गई है।
चिड़िया घर या वन्य पार्को में संरक्षण के तहत इनका प्रजनन अस्तित्व को सुनिनिश्चत करने के लिए महत्वपूर्ण बन गया है।हांगकांग में रहने के दौरान जिया जिया ने पांच प्रसव के दौरान छह संतानों को जन्म दिया।
--आईएएनएस
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