नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)| ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे नवंबर में भारत का दौरा करेंगी। उनकी भारत यात्रा को राजनयिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यूरोप के बाहर भारत पहला देश है जिसके दौरे पर वह आ रही हैं। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, मे 6 से 8 नवंबर तक भारत दौरे पर रहेंगी। उनके साथ व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी भारत आ रहा है।
बयान में कहा गया कि वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ वार्ता करेंगी और भारत-ब्रिटेन की रणनीतिक साझेदारी के सभी पहलुओं की समीक्षा करेंगी।मे की यात्रा के दौरान संयुक्त आर्थिक एवं व्यापार समिति की बैठक भी होगी।23 जून को हुए ऐतिहासिक जनमत संग्रह में ब्रिटेन के 52 प्रतिशत मतदाताओं ने यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के पक्ष में मतदान किया था। इसके बाद जुलाई में डेविड कैमरन ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और उनकी जगह थेरेसा मे ने प्रधानमंत्री का पद ग्रहण किया था।मोदी ने सितम्बर में चीन के हांग्जो में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मे से मुलाकात की थी।विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, "यात्रा के दौरान मे व मोदी संयुक्त रूप से भारतीय परिसंघ और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित भारत-ब्रिटेन टेक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।"बयान में कहा गया है कि शिखर सम्मेलन दोनों पक्षों के बीच प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता व नवाचार, डिजाइन, बौद्धिक संपदा अधिकार और उच्च शिक्षा क्षेत्र में कारोबार करने व व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने का अवसर होगा।नवम्बर 2015 में मोदी की ब्रिटेन की द्विपक्षीय यात्रा के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने मोदी की मेजबानी की तो उस दौरान दोनों पक्षों में इस सम्मेलन को आयोजित करने की सहमति बनी थी।--आईएएनएस
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